शायरी

जरा सिर उठा के तो देखो, आसमान झुका होगा पैरों तले जमीन के नीचे।
नजर उठा कर तो कहो, तुम्हारे हौसले के आगे पुरी कायनात रुकेगी। -B. S. K.

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